Wednesday, March 21, 2007

दिल से खेलो सहवाग


सहवाग पर सन्डे की रीता के विचार-


सहवाग भविष्य में क्या करेंगे अभी नहीं कहा जा सकता। लेकिन शतक बनाकर अपनी इमेज जरुर ठीक कर ली हैं। कप्तान ने कहा - सहवाग ने नेट पर ख़ूब पसीना बहाया था। द्रविड़ ने कहा मुझे मालूम था सहवाग का बल्ला बोलेगा । और यही हुवा । लेकिन बात तो तब बनेगी जब बल्ला आगे भी बोले । एक मैच में कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन मेरा मानना है कि खेल तभी ठीक लगता हैं जब हर खिलाडी दिल से खेले । और ये बात हर के लिए है। लेकिन ऐसा होता कम है। पाक के बारे में तो कह सकते हैं कि वहाँ दबाव ज्यादा है जो नहीं होना चाहिए । दबाव के कारण ही कई बार खिलाड़ी नही खेल पाते।

2 comments:

Anonymous said...

हां भाई सहवाग अब तुम दिल से ही खेलो। तुम्हारा बल्ला तो अब चलता नहीं, गेंद तुम्हें दिखती नहीं। चाहे जितनी पेप्सी-बूस्ट पी लो फिर भी कुछ असर होने का नहीं। इसीलिए जरूरी है कि तुम अब बैट की जगह दिल से खेलो। वैसे भी करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के दिल से तुमने खेला ही है। वैसे भी तुम इतने गंजे होते जा रहे हो कि बांका करने के लिए तुम्हारे सिर में बाल ही नहीं मिलेंगे।

Anonymous said...

हां भाई सहवाग अब तुम दिल से ही खेलो। तुम्हारा बल्ला तो अब चलता नहीं, गेंद तुम्हें दिखती नहीं। चाहे जितनी पेप्सी-बूस्ट पी लो फिर भी कुछ असर होने का नहीं। इसीलिए जरूरी है कि तुम अब बैट की जगह दिल से खेलो। वैसे भी करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के दिल से तुमने खेला ही है। वैसे भी तुम इतने गंजे होते जा रहे हो कि बांका करने के लिए तुम्हारे सिर में बाल ही नहीं मिलेंगे।